Talk indisposed to
किसी से भी बात करना नहीं चाहती हूं यहां तक कि मेरी सासु मां मुझे बुलाती है तो मै उनके पास भी नही जाती हूं, हालाकि एक वही हैं जिनसे मै अपनी बात कहती हूं क्योकि वे मेरी बात सुनती है और पलट कर मुझे कुछ कहती भी नही हैं। दूसरो से यहां कि अपने पति से भी कुछ बात करती हूं तो वे कुछ कुछ कह देते है जो मुझे बुरा लगता है।
Admonition agg
और दूसरा सासू मां से बात करने से बात घर से बाहर भी नही जाएगी, पर उनसे भी बात करने का मन नही है। बस अपना काम किया और अपने कमरे मे बैठी रही। टीवी चल रहा होता है मुझे नही पता कि उसमे क्या चल रहा है मेरा आस पास क्या हो रहा है उस पर ध्यान ही नही जाता है। और आजकल मै लड रही हूं।
Absent minded inadvertence
मैने पूछा - क्यों लड रही हैं, क्या आपको क्रोध अधिक आ रहा है।
रोगी- नही क्रोध नही आ रहा पर लड पडती हूं।
Quarrelsome anger without
मैने पूछा आखिरी बार कब लडाई थी
रोगी- आज दोपहर अपने पति से
मैने पूछा क्यों
रोगी- क्योंकि मै चाहती हूं कि ये सब सामान्य रहें मेरे इस स्वभाव का असर इन सब के व्यवहार पर न पडे। मै नही चाहती इन सबको परेशानी हो।
Anxiety others for
मैने पूछा- ये सब कब से हो रहा है और शुरुआत कैसे हुई थी।
रोगी- पिछले पन्द्रह दिन से ऐसा ही हो रहा है।
लगभग तीन-चार माह पूर्व मेरे पिता की मृत्यु हो गई थी उसके बाद से चीज आउट ऑफ कंट्रोल हो गई है मम्मी भैया दीदी के बीच की जो बातें पापा नियंत्रित रखते थे उन सब चीजों पर अब नियंत्रण हट गया है भैया और दीदी के बीच में बातचीत बिल्कुल बंद है भैया दीदी के बारे में कुछ बातें मुझसे कहते हैं और दीदी भैया के बारे में कुछ बातें मुझसे कहती हैं और मम्मी उन दोनों के बारे में कुछ और ही बातें मुझे बताती हैं इन सब बातों को सोचकर सुनकर मुझे ऐसा लगता है कि यह क्या हो रहा है यह क्यों हो रहा है और इससे भविष्य कैसा होगा मुझे यह चिंता हो रही है कि जब इन सब में आपस में इस तरह की बातें हैं तो भविष्य में मैं इन सबको कैसे संभाल पाऊंगी हालांकि मैं इन सब से छोटी और यह सब मुझे अभी तक भी वैसा ही छोटा समझते हैं और कहते हैं कि तू छोटी है तू नहीं समझ पाएगी पर अब तो मैं भी छोटी नहीं रह गई हूं और सभी बातें देखते सुनती समझती हूं और इन सब बातों से मुझे यह हो रहा है की मम्मी जो कि आप अकेली रह गई है जब तक पापा थे तब तक और बात थी उनका क्या होगा यदि भविष्य में उन्हें मुझको संभालना पड़ा तो मैं तो यह कर पाने में असमर्थ हूं मैं तो उन्हें नहीं संभाल पाऊंगी मैं तो उनकी देखभाल नहीं कर पाऊंगी
Absorbed family matters in
Anxiety future about
Cares full of relatives about
मेरी ससुराल में इस तरह का माहौल नहीं है पर मेरे पीहर में जो स्थितियां हैं उन्हें देखकर मुझे अब अंदर से घृणा लगने लगी है कि ये क्या माहौल है ऐसा क्यों है?
Disgust
उपरोक्त स्थिति को समझने की कोशिश करते है, निम्नलिखित रूब्रिक उनकी मानसिक अवस्था को प्रदर्शित करते नजर आ रहे है।
Talk indisposed to
Delirium sorrowful
Quarrelsome anger without
Anxiety others for
Absent-minded inadvertence
Absorbed family matters in
Anxiety family about his
Anxiety future about
Cares full of relatives about
Disgust
Amd over all although she was indisposed to talk but she talked to about the controversies in the family
So I took
Talking controversies, about
And
Sadness brooding with
क्योंकि वे उदास होकर यही सोचने मे लगी है कि इस सब को कैसे संभाले।
इनके आधार पर उन्हे Dulcamara 30 दवा दी गई जिससे उन्हे बहुत शीघ्र लाभ दिया। दो दिन के बाद वे मुझे मिली तो उन्होने बताया कि वे अब उतना अधिक उन बातो को नही सोच रही है, उतनी परेशान भी नही है और अब चुप चाप रहने का मन भी वैसा नही है। कुल मिलाकर काफी राहत है।
🙏 👍 👌
ReplyDelete