Noun
The state of being guided by sudden unpredictable impulses, acting more from whim than from reason or judgement. That is the reason for changing mood or behaviour suddenly and unexpectedly
एक ऐसी मानसिक अवस्था जिसमें व्यक्ति तर्कपूर्ण तरीके से निर्णय लेने की स्थिति में नहीं होता है और अचानक मन में आने वाले आवेग अथवा विचारों पर अप्रत्याशित रूप से अचानक से निर्णय ले लेता है। इसी कारण से उसके mood व व्यवहार में अचानक से अप्रत्याशित परिवर्तन हो जाता है।
मन का चलायमान होना, चंचलता
रोग की स्थिति में व्यक्ति का मन इतना चलाएमान हो जाता है कि वह तर्कपूर्ण तरीके से चीजों को नहीं सोच पता और पल-पल उसकी इच्छा एवं सोच समझ व व्यवहार बदलता रहता है।
कभी कहेगा पंखा खोल दो फिर थोड़ी देर बाद कहेगा बंद कर दो। कभी रहेगा लाइट खोल दो अंधेरा बुरा लग रहा है फिर कहेगा अंधेरा कर दो। इस प्रकार से वह एक स्थिर निर्णय नहीं ले पता है। उसका मन निरंतर उसे नई चीज की तरफ भागता रहता है। वह नहीं जानता उसे क्या चाहिए ना ही वह इस बात को दूसरों को समझ पाता कि वह क्या चाह रहा है।
बच्चों में यह अक्सर देखने को मिलता है जो सामान्यतः पकड़ में आ जाता है कि बच्चा एक दुकान पर जाने के बाद कभी चिप्स मांगता है, फिर कहता नहीं मुझे चॉकलेट दे दो, फिर कहता नहीं मुझे कोल्ड ड्रिंक पीनी है, फिर कहता है मुझे नहीं लॉलीपॉप खानी है। इस प्रकार यह निर्णय नहीं ले पता कि उसे क्या खाना है बस जो चीज उसके दिमाग में आती रहती है वह उसकी तरफ हाथ बढ़ाता रहता है।
कई बार चिकित्सक विशेष कर से होम्योपैथिक चिकित्सक जब स्वयं बीमार हो जाते हैं तो वह अक्सर capriciousness के कारण स्वयं का इलाज करने में असमर्थ हो जाते हैं, कभी कोई दवाई देते हैं फिर थोड़ी देर बाद कुछ और दवाई खा लेंगे, फिर थोड़ी देर बाद कुछ और दिमाग में आ जाएगा तो वह दवाई खा लेंगे, इस प्रकार करते-करते वह अपने केस को इतना उलझा लेते हैं कि उन्हें खुद ही समझ नहीं आता कि अब क्या करें और जिस डॉक्टर के पास वह फिर बाद में मदद के लिए जाते हैं उसको भी बहुत मुश्किल होती है इतने उलझे केस को सुलझा पाना क्योंकि इतनी सारी दवाई लेने के बाद केस काफी उलझ जाता है।
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