यह शब्द italian शब्द pedante से आया है। जिसका अर्थ होता है नियमो और विवरणों पर अत्यधिक ध्यान देना
Noun
One who is too worried about rules and details, the minute things, Someone who makes a show of knowledge
A person who makes a display of what he has learnt. He makes an ostentatious and arrogant show of learning.
एक ऐसा व्यक्ति जो प्रदर्शित करने का प्रयास करता है कि जो विषय उसने पढ़ा है उसमें विशिष्ट ज्ञान रखता है।
वह जो नियमों और विवरणों, सूक्ष्म चीजों के बारे में बहुत चर्चा करता है, जो ज्ञान का दिखावा करता है।
यह व्यक्ति पढ़ते समय कुछ ऐसी चीजों को नोट कर लेते हैं जिससे जब कभी चर्चा हो तब यह उन बातों का जिक्र करके सामने वालों को यह बता सके कि इनको भी काफी ज्ञान है
कई बार ऐसे व्यक्ति संबंधित विषय की ऐसी बातो को बहुत महत्वपूर्ण प्रदर्शित करते नजर आते हैं जो सामान्यतः व्यवहारिक तौर पर महत्वहीन होती हैं। उनका ध्यान ऐसे विवरण पर केन्द्रित होता है जो उनके किताबी ज्ञान को प्रदर्शित करता है।
इनका मुख्य उद्देश्य यह जताने का होता है कि वे कुछ विशिष्ट ज्ञान रखते है।
ऐसे व्यक्ति जब बात करते हो तो यह बताते है कि जो वे कह रहे हैं वह फलां फलां पुस्तक जो अमुक लेखक द्वारा लिखित है उसके किस अध्याय के किस पृष्ठ संख्या पर कौन सी पंक्ति मे लिखी गई है
अर्थात यह ऐसा व्यक्ति है जो अपने ज्ञान को दिखाते हुए चर्चा के दौरान कुछ ऐसी छोटी-छोटी बातों की ओर ध्यान ले जाने का प्रयास करते हैं जिससे सामने वाले को यह एहसास हो जाए कि यह एक ज्ञानी व्यक्ति है।
जैसे कई बार जब धार्मिक व्यक्ति किसी पुस्तक से कुछ ज्ञान चर्चा कर रहे होते हैं तब वे कहे कि फलां पुस्तक के फलां पृष्ठ संख्या पर फलां पंक्ति में ऐसा लिखा गया है। यहां पर ऐसा आवश्यक नही कि वह व्यक्ति अपने ज्ञान का दिखावा करने के लिए ऐसा कर रहा हो, हो सकता है वह ये सब बातें इस लिए बता रहे हो कि आप उस पृष्ठ पर जाकर स्वाध्याय कर सकें, परन्तु तभी एक व्यक्ति उनकी चर्चा मे वाद विवाद की दृष्टि से कुछ अन्य उदाहरण प्रस्तुत करता हो जिसमे वह भी उपरोक्त की भांति विवरण देता है जिससे यह प्रकट हो जाए कि वह भी एक ज्ञानी व्यक्ति है तो यह व्यक्ति pedant कहलाता है।
एक रोगी जो स्वयं चिकित्सक है उन्होंने बताया कि वे भग्वद्गीता पढ़ते है और अब अपने रोग के कारण पढ़ नहीं पाते तो एप्स की मदद से सुनते है और उनके इष्ट मित्रों व परिवारजनों के एक संगठन में प्रतिदिन एक webinar के माध्यम से गीता पर व्याख्यान देते हैं। मैने उनसे पूछा कि आप तो चिकित्सक है तो गीता पर व्याख्यान देते हैं ऐसा क्यों?
तब उन्होंने बताया कि मुझे अच्छा लगता है कि जो मैने पढा है वह दूसरो को पढ़ाऊं, फिर उन्होंने बताया कि जब मै मैडिकल कॉलेज मे पढ़ता था तब भी मै अपने से जूनियर स्टूडेंट को पढ़ाया करता था।
कुल मिलाकर इसका मकसद सिर्फ यह प्रकट करना है कि वह भी ज्ञानी है वह पढ़ता है और उसे उन सब बातों का भी ज्ञान है जो हर किसी को नहीं है।
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