उनके पति ने मुझे बताया की इनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है वे बहुत ज्यादा गुस्सा करने लगी है, जरा सी बात पर बहुत गुस्सा हो जाती है
और बोलना बंद कर देती है, चाहती है कि कोई ईनसे ना बोले और ना ही खुद किसी से बात करती है। बिल्कुल चुप हो जाती है।
यहां तक की जिन गुरुजी से दीक्षा ले रखी है उनके द्वारा बताए गए जाप व अन्य पूजा विधियां करने में भी वह बहुत अधिक गुस्सा हो जाती है और फिर बिल्कुल चुप हो जाती हैं।
मैंने पूछा क्या वह मुझसे बात कर पाएंगी
तो उन्होंने कहा कि मुश्किल ही है क्योंकि यह किसी से भी बात नहीं कर रही है
थोड़ी देर बाद दोबारा कॉल आया और रोगी ने मुझसे बात की कि उन्हें काफी दिन से हाई बीपी की समस्या हो रही है जिसके लिए उन्होंने डॉक्टर को दिखाया है लेकिन उसकी दवाई से भी कोई ज्यादा लाभ नहीं मिल पा रहा है तुरंत आराम के लिए
डॉक्टर को दिखाया था परंतु उससे कोई लाभ नहीं मिल रहा मैंने पूछा कि आजकल आपका मन कैसा हो रहा है तो उन्होंने बताया कि आजकल मुझे गुस्सा काफी आ रहा है और गुस्से में किसी से बात करने का मन नहीं करता।
रोगी के पति ने बताया कि इनकी माता जी को कैंसर हो गया है जिसके इलाज के लिए वे उनके पास काफी समय रही थी क्योंकि यह देहरादून में रहते हैं और वहां पर AIIMS में उनका इलाज हुआ तो वे इन्हीं के पास रही तभी से इनकी तबीयत खराब चल रही है।
On following rubrics
Anger violent
Spoken to averse to being
Censoring critical, silent, disposition to be faultfinding or
Talk, indisposed to
Carried, desires to be fast
Anger, taciturnity with
उनको Veratrum Alb 6 दी गई जिससे उनको अपेक्षा से भी अधिक आराम मिला ।
Very good
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