एक 58 वर्ष की महिला जो हमारे पास अपनी बिटिया के इलाज के लिए आती रहती थी।
एक दिन वे बोली मै भी इलाज कराना चाहती हूँ।
हमने पूछा कि क्या समस्या है?
उन्होंने बताया की उनका गला खराब (Allergic pharyngitis) और खांसी रहती है। खाँसी रात मे ज्यादा रहती है और सुबह नींद खुलने पर भी रहती है परन्तु जैसे जैसे दिन बढ़ता है यह कुछ कम हो जाती है।
यह समस्या काफी वर्षों से है जोकि सर्दियों मे हो जाती है
रात के समय सोते सोते खांसी उठ जाती है, दिन थोड़ा गर्म रहता तो ठीक रहती पर रात मे थोडा तापमान कम होने लगता है तो यह बढ़ जाती है।
जिसके लिए वे कुछ आयुर्वेद की दवा ले लेती है जिससे कुछ राहत हो जाती है और उनको नींद आ जाती है।
उन्होंने बताया कि इस कारण वे दवा की शीशी अपने बिस्तर के पास ही रखे रहती है।
हमने उनसे पूछा कि आपने इसका इलाज पहले भी कराया है क्या- तब उन्होंने कहा कि बहुत साल से है शुरू मे कराया था कोई फायदा हुआ नही इसलिए फिर कोई इलाज नही कराती बस यही आयुर्वेद की दवा ले लेती हूँ।
अब तो ये हर वर्ष का किस्सा हो गया है, हर वर्ष ऐसा ही होता है।
सर्दियां आने से पहले ही मै सतर्कता बरतने लगती हूँ, फिर भी पूरे सीजन यही स्थिति रहती है
हमने उनसे पूछा कि तब आपको ऐसा क्यों लगा कि हमसे दवा ली जाए।
तब उन्होंने बताया कि ये बिटिया मेरे पास ही सोती है , रात मे इसने मुझे परेशान देखा तब इसने ही कहा कि आप भी उन डा. को ही दिखा लो।
मुझे भी लगा कि बिटिया को दिखाने तो जाती ही हूँ try करने मे कोई हर्ज भी नहीं है।
इसलिए आज जब मै बिटिया को दिखाने आई तो लगा कि दिखा लूं।
Reason increased power to
Prejudiced traditional
Cautious
Gambling passion to
Yielding disposition
उपरोक्त लक्षणों के आधार पर
Lycopodium 30 दवा दी गई जिससे वे शीघ्र स्वस्थ हो गई ।और बार बार होने वाली समस्या से पूर्णतया मुक्त हो गई।