एक 28 वर्षीय महिला जो ग्रामीण क्षेत्र मे रहती है।जिसको लगभग 20 महीने पूर्व से जोड़ों में दर्द रहने की शिकायत हुई है
उसके पैरों और हाथों की उंगलियों मैं दर्द रहता है
पैर की पिंडलियों से लेकर घुटनों तक भी दर्द की शिकायत रहती है
हाथों में भी दर्द रहता है जो काम करने पर बढ़कर कंधों तक पहुंच जाता है जब चलती फिरती है तो उन्हें दर्द ज्यादा महसूस होता है।
देखने से यह महिला anaemic नजर आ रही थी जांच कराने पर उनका हीमोग्लोबिन भी थोड़ा कम खाया है बाकी सभी जांच ठीक है
हमारे पास आने से पहले बिग काफी चिकित्सकों को दिखा चुकी है और अभी एक ऑर्थोपेडिक सर्जन के इलाज में है जिससे उन्हें कोई लाभ नहीं हो रहा है।
हमने पूछा कि जब आप को दर्द होता है तब आप क्या करती हो
महिला ने बताया कि जब दर्द होता है तो हाथों पैरों का सत सा निकल जाता है मन करता है कि आराम करूं।
Torpor
Rest desire for
मैंने उससे पूछा कि इसकी शुरुआत कैसे हुई
जिला ने बताया कि 20 माह के पूर्व उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया था उसके जन्म के पश्चात से ही उनकी तबीयत खराब हो रही है और यह दर्द रहने लगा है
मैंने पूछा जब यह दर्द रहता है उस समय मन कैसा हो जाता है
उन्होंने बताया कि मन में कुछ नहीं होता बस दर्द ही रहता है
महिला के पति जो उनके साथ आए थे उनसे महिला के स्वभाव के बारे में जानने की कोशिश की कि दर्द के समय पर इनका स्वभाव कैसा हो जाता है तो उन्होंने बताया कि यह दर्द होने पर उनके स्वभाव में कोई अंतर नहीं आता और यह काम में लगी ही रहती है
Industrious mania for work
Mildness
मैंने पूछा क्या दर्द में भी काम में लगी रहती तो उन्होंने बताया कि हां यह दर्द में भी काम में लगी रहती हैं क्योंकि कोई और करने वाला नहीं है घर बुजुर्ग मां है जो काम नहीं कर पाते हैं तो यह उन्हें करने भी नहीं देती है यह खुद ही सारा काम करती रहती है।
Responsibility taking too seriously
मैंने उनके पति से पूछा कि यह कभी किसी बात पर गुस्सा होती हैं या कोई बात के लिए बुरी लग जाती हो
उनके पति ने बताया कि मैंने तो इन्हें आज तक कभी गुस्सा देखा ही नहीं और घर वालों की कभी यह कोई बुराई नहीं करती है बड़े सम्मान करते हैं जैसे मेरी मां कह देती है वैसे ही करती है इसलिए कोई किसी तरह का मनमुटाव नहीं होता है ना इनकी तरफ से ना उनकी तरफ से।
Veneration
Yielding disposition
मैंने पूछा दर्द के कारण किसी तरह का कोई बदलाव आता है
उन्होंने बताया कि किसी भी तरीके का कोई बदलाव नहीं आता है
इस रोगी को Lycopodium 6 दी गई
1 सप्ताह में ही उनके दर्द में बहुत आराम मिल गया अब उनका शरीर वैसे निढाल नहीं होता है और दर्द भी उतना नहीं है।
लगभग 3 महीनो के उपचार के बाद अब शरीर मे वो गिरावट नही है और अब पहले की तरह आराम की चाह भी नही होती। और दर्द की समस्या से मुक्ति मिल गई।